सड़क पर पड़े थे तब लाश समझ कर गुजर गए,
अब ख़ामोश हैं तो शिकायत है कि पराया कर दिया।
हमने सुना था बेवफ़ाई हसीनों की दौलत होती है,
शुक्रिया, तुमने मुझे और भी सयाना कर दिया। Continue reading शहर
सड़क पर पड़े थे तब लाश समझ कर गुजर गए,
अब ख़ामोश हैं तो शिकायत है कि पराया कर दिया।
हमने सुना था बेवफ़ाई हसीनों की दौलत होती है,
शुक्रिया, तुमने मुझे और भी सयाना कर दिया। Continue reading शहर
मायने ⇒
शब्द | अर्थ |
सिसकी | लम्बी लम्बी साँसें ले कर रोना |
हमेशा चहकती रहती थी वो, चिड़िया सी फुदकती रहती थी। स्वभाव से चंचल थी, बहुत बातूनी भी। दिल की साफ थी, भोली थी एकदम, चालाकी तो उसे छूकर भी नहीं गई थी। कभी-कभी सोचता था कि ये दुनिया इतनी जालिम है इसमें इसका निबाह कैसे होगा, एक दो बार उससे कहा भी। पर वो हमेशा खुद को तसल्ली देकर मुझे रोकने की मुद्रा में अपना एक हाथ मेरी तरफ करके कहती – लव, सब हो जाएगा।
दूरी बनाम नजदीकी, क्या बेहतर है? बेश़क जवाब नजदीकी ही होगा। हो भी क्यों ना, कौन चाहता है दूरियाँ!!!
नीचे की दो घटनाओं पर गौर फरमाइये-