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शहर


सड़क पर पड़े थे तब लाश समझ कर गुजर गए,
अब ख़ामोश हैं तो शिकायत है कि पराया कर दिया।

हमने सुना था बेवफ़ाई हसीनों की दौलत होती है,
शुक्रिया, तुमने मुझे और भी सयाना कर दिया। Continue reading शहर

शेर-ओ-शायरी


इस चिलमन1 को हिजाब2 का नाम न दो,
इक उफ की जो हमने ये नक़ाब उड़ जायेगा,
हम तो ये सोच कर चुप लगाये बैठे हैं,
तेरे शहर में भरी दुपहरी चाँद निकल आयेगा।।
#क़ैस


मायने ⇒

शब्द अर्थ
चिलमन खिड़कियों पर टंगने वाले परदे
हिजाब मुस्लिम महिलाओं द्वारा सर और गर्दन ढकने के लिए उपयोग लाया जाने वाला कपड़ा

शेर-ओ-शायरी


जिसके शहर में कोई बेवजह नफ़रत नहीं करता,
उस हसीन को मेरी तारीफ़ में उल्फ़त1 नहीं दिखती।।
#क़ैस


मायने ⇒

शब्द अर्थ
उल्फ़त प्रेम, प्यार

शेर-ओ-शायरी


सुना था दिल्ली दिल वालों का शहर है,
आकर देखा तो बम्बई से कम नहीं लगी।।
#क़ैस

शेर-ओ-शायरी


शहर छोड़ते ही हमें भूल जाओगे शर्त लगा लो “क़ैस”,
तन्हा कैसे जियेंगे हम, शर्त जीतकर, तुम्हें हारकर।।
#क़ैस